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जीवन-चक्र

दिनाँक  18 - 11 - 2022

   ।। ॐ सकल्पाय नमः ।।

जीवन-चक्र के प्रत्येक मुकाम व परिस्थिति को स्वीकारें क्योकि इनकी प्रकृत्ति निरन्तर गतिशील व परिवर्तनशील है इसलिए अपने आपको को शक्तिशाली व जीवट बनाये रखने के लिए भविष्य के प्रति दूरदर्शी व चिन्तनशील बनकर अपनी योजना के अनुसार कार्य करें ।

शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।

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दिनाँक   17 - 12 - 2022    ।। ॐ  विदुषे  नमः ।। वह दिन हमारे लिए शानदार, खुबसुरत और खुशी का ऐतिहासिक, यादगार और मील का पत्थर बन जाता है जिस दिन से हम किसी भी क्षेत्र मे अपनी उन्नति, प्रगति व निपुणता हासिल करने के लिए अपने खुद पर पूर्ण रूप से आत्म-निर्भर हो जाते है ।  शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।

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दिनाँक 29 - 10 - 2024    ।। ॐ  प्रमाणाय  नमः ।। अस्तित्व  आपसी सम्बन्धों की खूबसूरती व प्रगाढ़ता के स्थायित्व के लिए हम आपसी सामंजस्य, मिठास व समर्पण के स्तर को उस मुकाम तक ले जाये जहाँ सभी पक्ष समझे कि एक दुसरे के बिना उनका अस्तित्व कुछ भी नहीं है । शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की । आदर सहित  रजनीश पाण्डेय