दिनाँक 28 - 11 - 2022
।। ॐ पशुपतये नमः ।।
प्यार, प्रेम, दुलार व विश्वास की सात्त्विकता और स्वीकार्यता का स्तर किसी व्यक्ति के साथ उस समय सर्वोच्च होता है जब वह हमसे छल करें तो वह स्वयं से डरें और खुद को दोषी समझे तथा उसके मन में सदैव भविष्य मे हमारे खोने का डर भी बना रहे।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
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