दिनाँक 06 - 11 - 2022
।। ॐ चतुर्मुखाय नमः ।।
जो भी मान-सम्मान हमें मिलता वह हमेशा हमारी समय और स्थिति के कारण ही मिलता हैं। जिसे हम अज्ञानतावश सदा के लिये अपनी धरोहर समझने लगते हैं जो कि भविष्य में हमारी अवसाद, क्षोभ औऱ खिन्नता की स्थिति का मुख्य कारण बन जाता है
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
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