दिनाँक 16 - 12 - 2022
।। ॐ मन्त्रकाराय नमः ।।
आत्मचिंतन, आत्मावलोकन और आत्मसाक्षात्कार होने के पश्चात ही मनुष्य ईष्या, अंहकार, अवसाद, द्वेष और घमण्ड से मुक्त शान्त, मधुर, ऊर्जावान, सजीव, सात्विक और आध्यात्मिक जीवन का आनन्द ले सकता है।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
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