दिनाँक 20 - 01 - 2023
।। ॐ महामूध्ने॔ नमः ।।
असंतुष्ट, अप्रसन्न व खिन्न व्यक्त्ति हमेशा बाह्य जगत को अपनी नकारात्मक स्थिति के लिए लगातार दोष देता रहता है जबकि सन्तुष्ट व प्रसन्न व्यक्त्ति निरन्तर अपने आन्तरिक व आध्यात्मिक जगत का सुदृढ़ता से निर्माण भी करता रहता है।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
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