दिनाँक 04 - 01 - 2023
।। ॐ निरवग्रहाय नमः ।।
दो कारणों से ही लोग हमे आदर व मान-सम्मान देते है प्रथम, यदि आदर हमे जीवन के प्रत्येक क्षेत्र मे भरपूर व शक्तिशाली होने के कारण मिलता है तो यह सम्मान क्षणिक या सामायिक होता है। द्वितीय, यदि आदर हमारे व्यवहार की प्रकृति मे सरलता और सहभागिता के समावेश के कारण मिलता है तो यह सम्मान हमारी मृत्यु के बाद भी लोगों के ह्रदय मे स्थायी रूप से रहता है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
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