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निरन्तर सुधार

दिनाँक   21 - 02 - 2023

   ।। ॐ  स्नेहनाय  नमः ।।

कोई भी व्यक्त्ति अपने आप मे प्रत्येक क्षेत्र का पूर्ण और समर्थ ज्ञाता नहीं होता है इसीलिए अपने ज्ञान, कला व विचार मे निरन्तर साकारात्मक सुधार करने व प्रत्येक व्यक्त्ति की विशेषता को ग्रहण करने के लिए उन्हें धैर्य से सुने और गम्भीरता से उनसे सीखे ।

शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित 
रजनीश पाण्डेय 

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