दिनाँक 15 - 03 - 2023
।। ॐ उपकाराय नमः ।।
मनुष्य की व्यवाहारिक कुशलता का सर्वोच्च स्तर तभी निखरता है जब वह अपनी सीमा या मर्यादा का ध्यान दोनो समय मे पूर्ण दक्षता से अनुपालन करे जब पैसों की कमी हो तो खर्च करने मे और विषय-वस्तु के ज्ञान मे कमी हो तो चर्चा करने मे ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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