दिनाँक ।6 - 03 - 2023
।। ॐ प्रियाय नमः ।।
व्यक्तित्व मे सुधार की प्रक्रिया के लिए यह आवश्यक है जब भी हमे दुसरों मे अवगुण ही अवगुण दिखाई दे तब हमे स्वीकार करना चाहिए कि हमारे अन्दर किस गलत विचार या अवधारणा ने स्थायी निवास बना लिया है उसको ईमानदारी से ढूंढ कर स्वयम मे सुधार करे।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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