दिनाँक 24 - 03 - 2023
।। ॐ स्थिराय नमः ।।
सात्विक व आध्यात्मिक आनन्द और शान्ति की मूल सत्ता हमारे आन्तरिक जगत मे ही स्थित है । उसको हम वहाँ ही ढूढ़ने का प्रयास करें । बाह्य जगत या अन्य किसी कारण से मिलने वाला आनन्द क्षणभंगुर, अस्थायी व हमारा मतिभ्रम ही है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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