दिनाँक 13 - 04 - 2023
।। ॐ अलोकाय नमः ।।
आगे बढ़ने की अन्तहीन दौड़, सबसे बढ़िया करने की अभिलाषा और सब कुछ पाने की लालसा और ज़िन्दगी के मूल उतरदायित्व को पूर्ण करने की जिम्मेदारी के दरम्यान जीवन की सौम्यता व मधूरता को हम तभी हासिल कर सकते है जब हम कुछ इच्छाओं का त्याग करे और शेष इच्छाओ व उपलब्ध साधनों मे व्यवाहारिक सामंजस्य स्थापित कर पायें ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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