दिनाँक 11 - 05 - 2023
।। ॐ देवाय नमः ।।
मानवीय जीवन के व्यवाहारिक मुल्य का अद्भुत सत्य है कि हमारे सच्चे हितैषी, मित्र व बन्धु-बान्धव हमारी मृत्यु के उपरांत चले जाने के बाद भी वे शोकाकुल, दुःखी, चिन्तित व व्यथित होते है परन्तु यह भी सत्य है कि जब हम दुःखी या कष्ट मे होते है तब हमारे दुश्मन व ईष्यालु व्यक्त्ति हमे हमारे हाल पर बिना वक्त गवाये तुरन्त छोडकर चले जाते है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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