दिनाँक 13 - 05 - 2023
।। ॐ सुबान्धवाय नमः ।।
जीवन की आधारभूत आवश्यक वस्तुओं व साधनों को मनुष्य अपने सार्थक प्रयास, धैर्य व परिश्रम से प्राप्त कर सकता है परन्तु अपरिमित इच्छाओ व अनावश्यक भोग-विलास के साघनों की प्राप्ति की कामना की पूर्ति मनुष्य के लिए जीवनभर मृगतृष्णा के समान बनी रहती है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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