दिनाँक 14 - 05 - 2023
।। ॐ तुम्बवीणाय नमः ।।
अपने जीवन का अस्तित्व व स्वरूप को हम स्वयम निर्मित करते है क्योकि सभी कुछ हमारे अन्तर्निहित उपस्थित होता है। हमारे विचार ही हमे बांधकर सकते है। हमारा भय ही हमारी सीमा निश्चित करता है। हमारा विश्वास, भावना, भरोसा व दृढ़ता ही हमे नियन्त्रित करता है
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें