दिनाँक 09 - 05 - 2023
।। ॐ सुशारदाय नमः ।।
वो दुर्लभ आँसू अक्सर हमे बहुत अच्छे लगते हैं जो हमारी मूक, अव्यक्त व अनकही खुशी के पलों मे हमारे चेहरे पर ढलक जाते हैं इसके विपरीत वो मुस्कराहट बहुत पीड़ादायक व कष्टदायक होती है जो हमारे असहनीय दुःख व दर्द के समय हमारे चेहरे पर कायम रहती है।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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