दिनाँक 22 - 05 - 2023
।। ॐ अनिन्दिताय नमः ।।
हमारा जीवन विलक्षण विरोधाभाषी एवम व्यंग्यात्मक परिदृश्य से ओतप्रोत होता है। जब हम दुःख का एहसास करते है तब ही हम सुख के हर पहलू को समझ सकते है और किसी की अनुपस्थिति का अनुभव ही हमे उसकी उपस्थिति का सर्वोत्तम उपयोग करने का अवसर देता है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें