दिनाँक 30 - 06 - 2023
।। ॐ मित्राय नमः ।।
ख़ामोशी और तटस्थता
तटस्थता हमारे पक्ष को उजागर नही करती जबकि ख़ामोशी हमारे पक्ष को हमारी शारीरिक भंगिमा द्वारा स्पष्ट रूप से व्यक्त करती है इसलिए अपने विचारों को व्यक्त करने के लिए ख़ामोशी और तटस्थता दोनों ही विकल्पों का उपयोग हम परिस्थिति अनुसार सावधानी से करें ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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