दिनाँक 14 - 07 - 2023
।। ॐ वर्णविभाविने नमः ।।
डर व अन्तर्ज्ञान
जब हम महसूस करे कि यह उचित है परन्तु हमारा ह्रदय यह कहे कि यह गलत है तो यह विशुद्ध रूप से डर है । यदि जब स्पष्ट रूप से यह दिखाई दे यह गलत है परन्तु ह्रदय यह कहे कि यह ठीक है तो यह हमारी अन्तर्प्रज्ञा, अन्तर्प्ररेणा, अंतर्बोध या अंतर्ज्ञान है
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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