दिनाँक 17 - 07 - 2023
।। ॐ महागर्भाय नमः ।।
व्यक्तित्त्व
संसार मे प्रत्येक मनुष्य के व्यक्तित्त्व की मृत्यु तथा अमरत्व दोनों का एक ही देह में निवास होता है। जब वह पूरे जीवन मे निजी स्वार्थ व मोह तक सीमित रहता है तब उसकी अन्तिम सांस के साथ उसके व्यक्तित्व की भी मृत्यु हो जाती है परन्तु सत्य के पथ का अनुसरण करने से उसके व्यक्तित्त्व को उसकी अन्तिम सांस के पश्चात अमरत्व प्रााप्त होता है |
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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