दिनाँक 28 - 07 - 2023
।। ॐ कुरूभूताय नमः ।।
सार्थकता
हमारी अकूट वैभवता व आर्थिक सम्पदा की सार्थकता तभी परिलक्षित होती है जब हम इसका अनुकूल उपयोग समाज के उत्थान और अपने आनन्द व आध्यात्मिक सन्तुष्टि के लिए करें ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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