दिनाँक 11 - 08 - 2023
।। ॐ बहुविद्याय नमः ।।
सुधार
हमे स्वयम की सोच मे लगातार सुधार की आवश्यकता सदा रहती है क्योंकि हम हमेशा वस्तु परिस्थितियो को उसकी स्वाभाविक प्रकृति के अनुसार ना समझ कर परिस्थितियो का आंकलन व विवेचना अपने अनुसार करने मे विश्वास करते है।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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