दिनाँक 17 - 08 - 2023
।। ॐ चन्दनाय नमः ।।
साकारात्मकता
यदि हमारी नज़र या दृष्टिकोण का साकारात्मक रूख है तो हम दुनिया की हर परिस्थिति का आनन्द ले सकते है और यदि हमारी भाषा संयत, सरल, मधुर व साकारात्मक विचार से ओत-प्रोत है तो दुनिया के सभी लोग हमे सम्मान, आदर व स्नेह करते है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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