दिनाँक 20 - 08 - 2023
।। ॐ महाजत्रवे नमः ।।
स्तर
शारीरिक सौष्ठव, धन-सम्पदा, योग्यता व बुद्धिमत्ता के स्तर के अनुसार मनुष्य का निम्न व सर्वोच्च होने का एहसास अर्थहीन, महत्वहीन व मिथ्या है । वास्तव मे, मनुष्य की सात्विकता, सरलता, व्यवहार-कुशलता व आद्यात्मिकता का स्तर ही उसका बड़ा या छोटा होना निश्चित करता है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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