दिनाँक 17 - 09 - 2023
।। ॐ भोजनाय नमः ।।
विमर्श व बहस
विमर्श व बहस दोंनों अलग अलग आवधारणाएं है विमर्श के द्वारा हम आपस में अपने ज्ञान व विचारों का आदान - प्रदान करके सहमति के साथ निर्णय लेते हैं जबकि बहस के अन्तर्गत हमारी बातचीत अहम, खुद्दारी और अज्ञानता के परिवेश से गुजरकर वैमनस्य, कटुता व असहमति पर खत्म होती है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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