दिनाँक 20 - 09 - 2023
।। ॐ मतिमते नमः ।।
परिपक्वता
परिपक्वता के सर्वोच्च स्तर बने रहने के लिए यह आवश्यक है कि हम अपने कार्यो की आलोचना व नकारात्मक टीका - टिप्पणी को धैर्यता व आत्मविश्वास के साथ सुनने की आदत को सदा बनाए रखें और अपने आप मे आवश्यक सुधार करने के साथ - साथ आलोचको का भी आदर करे ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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