दिनाँक 09 - 10 - 2023
।। ॐ नराय नमः ।।
आनन्द
शिल्पकार जिस प्रकार चट्टान से अनुपयोगी पत्थर को हटाकर उसमे छुपी सुन्दरता को निखार कर संसार को अचम्भित कर आनन्द लेता है। इसी तरह मनुष्यों को भी अपनी नाकारात्मकता को समाप्त करके अपनी ईमानदारी, विचार, व खुशी का आनन्द लेकर सदा प्रसन्न रहना चाहिए ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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