दिनाँक 26 -10 - 2023
।। ॐ वृद्धाय नमः ।।
जीवन मूल्य
समाज मे जब हमारे अस्तित्व का होना या ना होना समान रूप से समझा या परखा जाये तब हमारा ना होना ही बेहतर होता है क्योंकि हमारे जीवन का मूल्य ऐसी स्थिति शुन्य या अर्थहीन हो जाता है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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