दिनाँक 02 - 01 - 2024
।। ॐ युगरूपाय नमः ।।
संवाद
व्यवाहारिक संवाद मे परिपक्वता व कुशलता के लिए आवश्यक है कि हम लोगो की सराहना दिल से करें और हस्तक्षेप दिमाग से करें जबकि समीक्षा करते वक्त्त विवेक का इस्तेमाल करे अन्यथा अर्थपूर्ण मौन व खामोशी से अपनी प्रतिक्रिया देना बेहतर ही समझे।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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