दिनाँक 10 - 01 - 2024
।। ॐ बहुमालाय नमः ।।
ज़हर
ताकत, अभिमान, भुख, लालच, धन, आलस, महत्वाकांक्षा, प्रेम या ईर्ष्या जैसी हर चीज़ आवश्यकता से अधिक होने पर मनुष्य के लिए ज़हर के समान है जो मनुष्य के अस्तित्व को मृत्यु तुल्य, महत्वहीन या दयनीय बना देती है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें