दिनाँक 27 - 01 - 2024
।। ॐ सुखाजाताय नमः ।।
विश्वास
आपसी विश्वास ही सम्बन्धों की आत्मा है क्योंकि विश्वास हो तो ख़ामोशी व अनकहे शब्दों के संवाद को भी परिस्थिति की आवश्यकतानुसार समझा जाता है जबकि अविश्वास की स्थिति मे तर्कों व तथ्यों पर आधारित संवाद पर संशय बना रहता है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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