दिनाँक 06 - 02 - 2024
।। ॐ ऊर्ध्वसंहननाय नमः ।।
भाव
हमारे अन्दर दुसरों के प्रति करूणा, दया, ममत्व, प्रेम और सदभावना का भाव उसी वक्त्त स्वतः ही उत्पन्न हो जाता है जब हम यह समझ जाए कि समाज अपने संघर्षमय, विकट व मुश्किल दौर से गुजार रहा है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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