दिनाँक 21 - 02 - 2024
।। ॐ शतजिह्वाय नमः ।।
सूत्र
व्यक्त्ति की सबसे अहम जिम्मेदारी स्वयम् को खुश रखने की है इसके लिए जरूरी है कि जिसे बदला जा सके उसे बदलें और जो बदला ना जा सके उसे स्वीकारें । यदि जो स्वीकारा भी न जा सके उससे दूर ही रहें लेकिन खुद को खुश रखें क्योंकि यही सुखी व शान्त जीवन का सुत्र है ।
*सुप्रभात🙏🌹*
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें