दिनाँक 10 - 03 - 2024
।। ॐ जलोद्भवाय नमः ।।
ज्ञान
अक्सर ज़िन्दगी के नाजुक पलों मे लिखित ज्ञान अपनी सार्थकता सिद्ध नही कर पाता है क्योंकि लिखित ज्ञान की अनुभव से प्राप्त ज्ञान की तुलना मे अपनी सीमाएं व अनेक कमजोरियां होती है इसलिए सभी के अनुभवों की बारिकियों को सुनिये, समझिए और उनका प्रयोग कीजिए।
सुप्रभात🙏🌹।
आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें