दिनाँक 21 - 04 - 2024
।। ॐ अमृतमय गोवॄषेश्र्वराय नमः ।।
सुधार
गलती स्वीकारना लज्जा का विषय नहीं है बल्कि यह मनुष्य की निडरता व प्रगतिशील विचारधारा का प्रमाण है । दुसरे शब्दों में, यह इंगित करता है कि बीते हुए कल की अपेक्षा आज उसकी योग्यता व बुद्धिमता मे सुधार हुआ हैं |
सुप्रभात🙏🌹
आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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