दिनाँक 28 - 05 - 2024
।। ॐ देवासुर विनिर्मात्रे नमः ।।
ख़ामोशी
जब हम विचार-विमर्श मे सम्मिलित सभी सदस्यों की खामोशी के दृष्टिकोण को भी अपने विचार मे शामिल करते है तब विमर्श की समाप्ति तार्किक निर्णय पर ही होती है और हमारी परिपक्वता मे भी गुणात्मक सुधार होता है ।
सुप्रभात🙏🌹
आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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