दिनाँक 04 - 06 - 2024
।। ॐ नमः ।।
सम्बन्ध
समभाव व निःस्वार्थ भाव की आपसी व्यवहार मे अनुपस्थिति ही सम्बन्धों मे कटुता व मनमुटाव को उत्पन्न करती है परन्तु इनकी उपस्थिति सम्बन्धों को स्थायित्व देने के साथ-साथ आपसी निःस्वार्थ प्यार को मजबूती देती है ।
सुप्रभात🙏🌹
आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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