दिनाँक 11 - 06 - 2024
।। ॐ देवासुरमहेश्र्वराय नमः ।।
आंकलन
अकूत धन-बल या अनगिनत सफलताएं हमारे व्यक्त्तित्व का विशुद्ध आंकलन नहीं करती बल्कि हमारे व्यक्त्तित्व का विशुद्ध आंकलन इस तथ्य पर ही आधारित होता है कि हमने कितने लोगो के जीवन स्तर मे वृद्धि या सुधार किया है और अपने अनुभव व संचित पूँजी से कितने लोगो की सहायता की है ।
सुप्रभात🙏🌹
आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें