दिनाँक 18 - 06 - 2024
।। ॐ वैद्याय नमः ।।
भाग्य व कर्म
जीवन मे अधिकतर निराशा तभी होती है जब हम भाग्य व झूठ से ज्यादा अपेक्षा व विश्वास करने लगते है या उस पर निर्भर हो जाते है। जबकि कर्मनिष्ठता व सत्यनिष्ठता द्वारा हम सन्तुष्ट, सौम्य व ऊर्जावान जीवन यापन करते है ।
सुप्रभात🙏🌹
आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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