दिनाँक 22 - 06 - 2024
।। ॐ इड्याय नमः ।।
क्षमा
यह पूर्णतः समझ ले कि प्यार, प्रेम मुहब्बत और सदभाव की अवधारणा को हम अपने व्यवहार मे तबतक नही अपना सकते है जबतक हम दुसरों को क्षमा करने की भावना व शक्त्ति को आत्मसात ना कर लें ।
सुप्रभात🙏🌹
आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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