दिनाँक 26 - 07- 2024
।। ॐ नियमेन्द्रिवर्धनाय नमः ।।
सन्तुष्टि
उम्मीदें मनुष्य को जीवन का आनन्द लेने के बजाय उसे निरन्तर व्यस्त व बैचेन रखती है । इसके विपरीत सन्तुष्टि मनुष्य को स्थिर, शान्त, सहज व आनन्दित जीवन प्रदान करती है जो उसे आध्यात्म के लिए भी प्रेरित करती है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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