दिनाँक 15 - 08- 2024
।। ॐ वरदाय नमः ।।
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ।
सहनशीलता
सहनशीलता ही एकमात्र मनुष्य की आशा, प्रेम, सामंजस्य व सह-भागिता के लिए उसकी सर्वोच्च शक्त्ति का आधार है जबकि बदला लेने का विचार मनुष्य के अन्दर ईर्ष्या, अवसाद, द्वेष व घृणा की प्रवृत्ति को जन्म देती है
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें