दिनाँक 16 - 08- 2024
।। ॐ वराय नमः ।।
आनन्द
यह व्यावहारिक व दार्शनिक तथ्य है कि संसार कि सबसे बेहतरीन व शानदार सुन्दरता को ना तो देख सकते और ना ही छु सकते है। लेकिन हम उसकी उपस्थिति की अनुभूति का आनन्द केवल दिल से ही महसूस कर सकते है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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