दिनाँक 17 - 08- 2024
।। ॐ सर्वात्मने नमः ।।
संस्कार
शैक्षिक योग्यता देश-विदेश के किसी भी संस्थान से अनुशासन व लग्न के सिद्धांत को अपनाकर मनुष्य प्राप्त कर सकता है परन्तु व्यवाहारिक व समाजिक दायित्वों का निर्वहन करने के लिए अर्थपूर्ण संस्कार मनुष्य को अपने परिवार से ही मिलते है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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