दिनाँक 22 - 08- 2024
।। ॐ जटिने नमः ।।
ध्यान
तपस्या, चिंतन व ध्यान का प्रमुख उद्देश्य या लक्ष्य विचारों पर केवल नियंत्रण करना नही होता है बल्कि अपने आप को इनके द्वारा इतना समर्थ या योग्य बनाना होता है कि किसी भी प्रकार का विचार हमे नियन्त्रित ना कर सके ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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