दिनाँक 31 - 08- 2024
।। ॐ प्रवृत्तये नमः ।।
एहसास
जब परिवार के सदस्यो को यह एहसास हो जाए कि परिवार का मुखिया बिना अपना अधिकार या एहसान जताये सबका ध्यान समान रूप से रखता है तब परिवार के सभी सदस्य परिवारिक एकता, सद्भाव, और सामंजस्य को बनाए रखने के लिए अपनी क्षमता से ज्यादा योगदान करते है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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