दिनाँक 01 - 09- 2024
।। ॐ निवृृत्तये नमः ।।
खुशियां
अपनी खुशीयों व सकून को दुसरो के जीवन मे ना खोजे, अन्त मे निराशा, अवसाद व एकाकीपन ही मिलेगा परन्तु इसे अपने स्वयम के अन्दर ढूंढने पर कुछ समय बाद जीवन का हर पल शान्त, सौम्य व ऊर्जावान महसूस होने लगता है फिर चाहे हम अकेले मे क्यो ना हो ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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