दिनाँक 02 - 09- 2024
।। ॐ नियताय नमः ।।
भविष्य
भविष्य को सौम्य व सुरक्षित बनाए रखने के लिए एक ही मूल मन्त्र है कि शान्त चित्त व धैर्य से पूर्ण ऊर्जा के साथ एकाग्रचित होकर हम वर्तमान समय के हर पल का उपयोग सम्भव लक्ष्य के लिए करें ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें