दिनाँक 12 - 09- 2024
।। ॐ तपस्विने नमः ।।
कोशिश
लक्ष्य के लिए कोशिश करते वक्त्त सफलता व असफलता दोनों का ही संशय बना रहता है । यदि सफलता मिलती है तो श्रेयस्कर स्थिति है जबकि असफलता श्रेष्ठ अनुभव देती है परन्तु अकर्मण्यता केवल अफसोस, पलायनवाद व अवसाद को जन्म देती है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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