दिनाँक 24 - 10 - 2024
।। ॐ घोरतपसे नमः ।।
असीम सम्भावना
जब तक मनुष्य अपने अनचाहे डर, स्वार्थ व बन्धनों की काल्पनिक सीमाओं को तोड़ नहीं देता तब तक वह अपने अन्दर छुपी प्रतिभा या असीम सम्भावनाओ को ना तो निखार सकता है और ना ही उसका आनन्द ले सकता है ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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