दिनाँक 24 - 11 - 2024
।। ॐ सर्वभावकराय नमः ।।
स्पष्टता
जब हम अपने विचार, भावना और पीड़ा को दुसरो के मध्य स्पष्टता से व्यक्त करना आरम्भ करते है तब हमारी क्रोध करने की प्रवृत्ति भी धीरे धीरे कम होने लगती है । अतः सहज रहने के लिए आवश्यक है कि सदैव स्पष्ट रहे ।
शुभ प्रभात । आज का दिन शुभ व मङ्गलमय हो । भगवान शंकर जी की सदा आप पर कृपा बनी रहे । जय शंकर जी की ।
आदर सहित
रजनीश पाण्डेय
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